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वेज है या नॉनवेज: आखिर क्या है अंडे का फंडा? Are Eggs Vegetarian Or Non-vegetarian

अंडा—एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जिसे लेकर अक्सर सवाल उठते हैं: “वेज है या नॉनवेज?” यह बहस सिर्फ पोषण और खाने की आदतों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं से भी जुड़ी है। भारत जैसे विविध देश में, जहां खाने की आदतें क्षेत्र, धर्म, और व्यक्तिगत पसंद के आधार पर अलग-अलग होती हैं, अंडे को लेकर यह प्रश्न और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। इस लेख में हम इस सवाल का उत्तर ढूंढने की कोशिश करेंगे कि आखिर अंडा वेज है या नॉनवेज, और इसे कौन खा सकता है और कौन नहीं?

अंडा: वेज या नॉनवेज?

अंडे को लेकर सबसे बड़ी उलझन यह है कि इसे वेजिटेरियन (शाकाहारी) माना जाए या नॉन-वेजिटेरियन (मांसाहारी)। तकनीकी दृष्टिकोण से, अंडा एक जीवित प्राणी का हिस्सा नहीं होता जब तक कि वह निषेचित नहीं होता। अधिकांश लोग जो बाजार से अंडे खरीदते हैं, वे “अनफर्टिलाइज्ड” यानी अविकसित अंडे होते हैं। इसका मतलब यह है कि इन अंडों से कभी भी चूजा नहीं बन सकता। इन्हें विज्ञान के आधार पर वेजिटेरियन खाद्य पदार्थ माना जा सकता है क्योंकि ये प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और इनका मांस से कोई सीधा संबंध नहीं होता।

हालांकि, धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से यह मामला कुछ जटिल हो सकता है। कई लोग इसे “नॉनवेज” मानते हैं क्योंकि यह एक पक्षी के शरीर से आता है और इसलिए यह मांसाहार के करीब माना जाता है।

धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएं

अंडे को लेकर धार्मिक मान्यताएं भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। हिंदू धर्म में, कई संप्रदाय अंडे को मांसाहारी मानते हैं और इसे त्यागने की सलाह देते हैं, खासकर उपवास के दौरान। जैन धर्म और कुछ ब्राह्मण समुदायों में भी अंडे को मांसाहारी खाद्य पदार्थों की श्रेणी में रखा जाता है, क्योंकि यह एक जीवित प्राणी का हिस्सा माना जाता है, भले ही वह निषेचित न हो।

वहीं, दूसरी ओर कुछ हिंदू समुदाय और अन्य धर्मों के लोग इसे खाने में कोई आपत्ति नहीं मानते, क्योंकि वे इसे “वेज” मानते हैं।

पोषण के दृष्टिकोण से अंडा

पोषण की दृष्टि से अंडा बेहद पौष्टिक होता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन बी12, और कई अन्य जरूरी पोषक तत्व होते हैं। जो लोग मांसाहार नहीं करते लेकिन प्रोटीन की आवश्यकता महसूस करते हैं, उनके लिए अंडा एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें कैल्शियम और आयरन भी होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है और शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बनाए रखता है।

अंडे के सफेद हिस्से को ज्यादातर लोग वेज मानते हैं क्योंकि इसमें सिर्फ प्रोटीन होता है और यह पूरी तरह से कोलेस्ट्रॉल-मुक्त होता है। जबकि अंडे की जर्दी में फैट और कोलेस्ट्रॉल होता है, जो कुछ लोगों को असहज कर सकता है, विशेषकर जो लोग स्वास्थ्य कारणों से फैट से परहेज करते हैं।

कौन खा सकता है और कौन नहीं?

यह सवाल पूरी तरह से व्यक्तिगत और सांस्कृतिक मान्यताओं पर निर्भर करता है। जो लोग खुद को शुद्ध शाकाहारी मानते हैं, वे अंडे से दूर रहते हैं। वहीं जो लोग अपनी डायट में पशु उत्पादों को शामिल करते हैं, लेकिन मांसाहार से बचते हैं, वे इसे खाने में कोई आपत्ति नहीं मानते। फिटनेस प्रेमी और जिम जाने वाले लोग भी अंडे को अपनी प्रोटीन आवश्यकताओं के लिए प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि यह एक आसान और सस्ता प्रोटीन स्रोत है।

अंडा वेज है या नॉनवेज, यह पूरी तरह से आपके व्यक्तिगत और सांस्कृतिक विश्वासों पर निर्भर करता है। पोषण के दृष्टिकोण से, अंडा बेहद लाभकारी है और इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है। हालांकि, अगर आप इसे अपनी धार्मिक या सांस्कृतिक मान्यताओं के कारण नहीं खाना चाहते, तो यह आपकी व्यक्तिगत पसंद है।

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Sai Chandhan

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