Business Idea: कम निवेश, ज्यादा फायदा, डिमांड वाला बिजनेस, होगी मोटी कमाई, जानिए दलिया यूनिट से कैसे करें बंपर कमाई
यदि आप किसी ऐसे बिजनेस की तलाश में हैं जो कम लागत में शुरू किया जा सके और जिसकी मांग शहर से लेकर गांवों तक हो, तो दलिया मैन्युफैक्चरिंग यूनिट (Porridge manufacturing unit) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। वर्तमान समय में सेहत के प्रति बढ़ती जागरूकता के साथ-साथ हेल्दी फूड प्रोडक्ट्स की डिमांड भी काफी बढ़ गई है, और दलिया इनमें से एक प्रमुख प्रोडक्ट है। इसे मामूली निवेश के साथ शुरू करके आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।
दलिया (पॉरिज) को एक पौष्टिक भोजन के रूप में जाना जाता है, खासकर भारत में, जहां यह सबसे ज्यादा खाया जाने वाला भोजन है। गेहूं से तैयार होने वाले दलिया में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व हैं। इसी कारण से दलिया की मांग शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रही है। इसके साथ ही, दलिया खाने के लिए तैयार एक हेल्दी स्नैक है, जो आसानी से पचने वाला और तैयार करने में भी बेहद सरल होता है।
दलिया मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू करने की लागत
अगर आप यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको बहुत अधिक निवेश की आवश्यकता नहीं होगी। खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन (KVIC) द्वारा तैयार की गई एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के तहत दलिया मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, दलिया मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू करने के लिए आपके पास 500 वर्ग फुट की जगह की जरूरत होगी। यदि आपके पास खुद की जमीन नहीं है, तो आप इसे किराए पर लेकर भी इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं।
- 500 वर्ग फुट के शेड निर्माण पर 1 लाख रुपये का खर्च आएगा।
- इक्विपमेंट और मशीनों पर लगभग 1 लाख रुपये की लागत होगी।
- वर्किंग कैपिटल के लिए आपको 40,000 रुपये की आवश्यकता होगी।
इस तरह कुल मिलाकर 2.40 लाख रुपये का खर्च आएगा। अगर आपके पास बिजनेस शुरू करने के लिए यह फंड नहीं है, तो आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) के तहत आसानी से लोन भी ले सकते हैं। मुद्रा योजना के तहत दिए जाने वाले लोन की प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक होती है, जिससे आप बिना किसी कठिनाई के अपने बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं।
दलिया बनाने की प्रक्रिया
दलिया बनाने की प्रक्रिया भी काफी सरल है। सबसे पहले, गेहूं को अच्छे से साफ किया जाता है और उसे बहते पानी के नीचे धोया जाता है। इसके बाद, गेहूं को 5-6 घंटे के लिए पानी में नरम होने के लिए छोड़ दिया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद, गेहूं को अंकुरित किया जाता है और फिर धूप में अच्छी तरह सुखाया जाता है। जब गेहूं पूरी तरह से सूख जाता है, तो उसे आटा चक्की में पीसकर दलिया बनाया जाता है। दलिया को भूसी सहित पूरे गेहूं से तैयार किया जाता है, जिससे यह और भी ज्यादा पौष्टिक बनता है। दलिया को बनाने और पैकेजिंग करने के बाद इसे बाजार में बिक्री के लिए भेजा जा सकता है।
दलिया के बिजनेस से होने वाली कमाई
प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार, अगर आप 100 फीसदी क्षमता के साथ प्रोडक्शन करते हैं, तो सालाना 600 क्विंटल दलिया का उत्पादन किया जा सकता है। वर्तमान में बाजार में दलिया की कीमत लगभग 1,200 रुपये प्रति क्विंटल है, जिससे सालाना कुल उत्पादन की कीमत 7,19,000 रुपये हो जाएगी। इस प्रोडक्शन पर आपकी कुल प्रोजेक्टेड सेल्स कॉस्ट 8,50,000 रुपये होगी, जिसमें से आपको 1,31,000 रुपये का ग्रॉस सरप्लस मिलेगा।
अगर हम सभी खर्चों को निकालकर देखें, तो आपकी अनुमानित सालाना नेट इनकम 1,16,000 रुपये यानी लगभग 1.16 लाख रुपये होगी। इस बिजनेस की खासियत यह है कि कम लागत में आप इसे आसानी से शुरू कर सकते हैं और धीरे-धीरे इसका विस्तार कर मुनाफा बढ़ा सकते हैं।
सरकार से मिलने वाली सहायता
जैसा कि पहले बताया गया, आप इस बिजनेस को शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के तहत सरकार छोटे और मध्यम आकार के उद्यमियों को अपना बिजनेस शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसके अलावा, सरकार की अन्य योजनाओं के तहत आपको मशीनरी की खरीद, मार्केटिंग और प्रोडक्ट के प्रमोशन में भी मदद मिल सकती है।
दलिया मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू करना एक शानदार बिजनेस आइडिया हो सकता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो कम लागत में अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। इस बिजनेस की मांग ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में है, और सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ ही इसका बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है। अगर आप सही योजना और उपकरणों के साथ इसे शुरू करते हैं, तो आने वाले समय में आप इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।