मछली पालन से रोजगार का नया रास्ता: सरकार की इस योजना की जबरदस्त सफलता
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) ने बिहार, विशेषकर पटना जिले में मछली उत्पादन और रोजगार के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है। इस योजना के तहत, जिले में मछली उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे बाहरी राज्यों से मछलियों की आवक में कमी आई है और स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिले हैं। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में यह जानकारी दी गई। पटना जिला, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत पिछले चार वर्षों से प्रदेश में पहले स्थान पर बना हुआ है।
मछली उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि
जिला में मछली उत्पादन में वृद्धि के कारण दूसरे राज्यों से मछली की आवक में कमी आई है। इसके साथ ही, मछली पालन के क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत पटना जिला इस समय पूरे बिहार में मछली उत्पादन के मामले में अग्रणी है। बीते चार वर्षों से पटना लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है, जो इस योजना की सफलता का परिचायक है।
समाहरणालय में जिलास्तरीय समिति की बैठक
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के क्रियान्वयन और इसके लाभार्थियों की चयन प्रक्रिया को लेकर समाहरणालय सभाकक्ष में जिलास्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक की अध्यक्षता पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले के मत्स्य कार्यालय में प्राप्त हुए ऑनलाइन आवेदनों की प्राथमिकता सूची को अनुमोदित करना था।
जिला मत्स्य पदाधिकारी ने बैठक में बताया कि पटना जिले में 32 में से 22 अवयवों के तहत 251 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन आवेदनों की जांच के बाद चयनित लाभार्थियों को योजना के तहत कार्यादेश जारी किया जाएगा और अनुदान दिया जाएगा। इस योजना के तहत पटना जिला लगातार बिहार में मछली उत्पादन में नंबर वन पर बना हुआ है।
पटना की सफलता और रोजगार सृजन
पटना जिले में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। इस योजना के तहत लगभग 70 एकड़ से अधिक भूमि पर तालाबों का निर्माण किया गया है, जिसमें 100 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। खासकर, बायोफ्लाक विधि का उपयोग करके कम जगह में तालाब बनाकर अधिक लाभ कमाने का प्रयास किया गया है। इस नई तकनीक के इस्तेमाल से न केवल उत्पादन बढ़ा है, बल्कि इसे अपनाने वाले किसानों की आय में भी वृद्धि हुई है।
पटना में 240 लाभार्थी
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत प्रदेश भर में ढाई हजार से अधिक लाभार्थियों को चयनित किया गया है, जिनमें से लगभग 240 लाभार्थी अकेले पटना जिले से हैं। यह आंकड़ा बताता है कि पटना जिले के लोगों ने इस योजना का किस तरह से लाभ उठाया है। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस वर्ष भी योजना के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि ज्यादा से ज्यादा सीमांत और मझोले किसानों को इस योजना का लाभ मिल सके, इसके लिए विशेष प्रयास करें।
आर्थिक प्रगति और भविष्य की योजनाएं
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत पटना जिले में मछली उत्पादन के क्षेत्र में आई यह प्रगति न केवल मछली पालन करने वाले किसानों के लिए फायदेमंद साबित हुई है, बल्कि इससे जिले की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है। मछली उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं, जो स्थानीय लोगों के जीवन स्तर को सुधारने में मददगार साबित हो रहे हैं।
इस प्रकार, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना ने पटना जिले को मछली उत्पादन में प्रदेश के शीर्ष पर ला खड़ा किया है, जिससे न केवल जिले की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है, बल्कि इस क्षेत्र में कई लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हुए हैं।
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